
ट्राई ने सेल्युलर एसोसिएशन आॅफ इंडिया के महानिदेशक राजन मैथ्यू की टिप्पणियों पर कड़ी आपत्ति जताते हुए माफी मांगने को कहा है।
दूरसंचार नियामक, ट्राई ने इंटर कनेक्शन मुद्दे पर इस उद्योग की बैठक के बाद सेल्युलर ऑपरेटर्स एसोसिएशन ऑफ इंडिया (सीओएआई) के महानिदेशक राजन मैथ्यू की टिप्पणियों पर कड़ी आपत्ति जताई और मांग की कि वह टिप्पणी वापस लें और माफी मांगें। भारतीय दूरसंचार नियामक प्राधिकरण (ट्राई) ने एसोसिएशन के अध्यक्ष गोपाल विट्टल को लिखे एक पत्र में कहा है, “इतिहास को साफ सुथरा रखने के लिए सीओएआई के महानिदेशक को यह निर्देश दिया जा सकता है कि वह मीडिया में दिए अपने गलत बयान को वापस लें और इसके लिए माफीनामा जारी करें।”
ट्राई ने दूरसंचार सेवा प्रदाता कंपनियों को सौहार्द्रपूर्ण तरीके से मामले का समाधान करने को कहा है। उसने कहा है कि नौ सितंबर को हुई बैठक में किसी भी संघ को आमंत्रित नहीं किया गया था और इस स्थिति को मैथ्यू को भी स्पष्ट कर दिया गया था। इसे देखते हुए सीओएआई के महानिदेशक का इलेक्ट्रॉनिक मीडिया में यह आरोप लगाना कि उन्हें रिलायंस जियो के आदेश पर ट्राई ने कथित बैठक में भाग लेने नहीं दिया, स्पष्ट तौर पर गलत और शरारतपूर्ण है और शायद यह आरोप गलत इरादे से लगाया गया है।
नियामन ने जिस पर आपत्ति की है, वह मैथ्यू का शुक्रवार की बैठक के बारे में एक बयान है। उसमें कहा गया था, “रिलायंस जियो की जिद पर सीओएआई को ट्राई की बैठक से बाहर रखा गया और ट्राई ने उसकी मांग को बगैर किसी विरोध के अभूतपूर्व तरीके से स्वीकार कर लिया।” भारती एयरटेल, रिलायंस जियो, वोडाफोन इंडिया और आईडिया सेल्युलर जैसी सेवा प्रदाता कंपनियों के प्रतिनिधियों ने इनके बीच नेटवर्क इंटरकंनेक्शन के मुद्दे पर चर्चा करने के लिए नियामक से मुलाकात की। रिलायंस जीयो वेलकम आॅफर के साथ उपलब्ध हुआ सैमसंग जेड2
बैठक के बाद रिलायंस जियो इंफोकॉम बोर्ड के सदस्य महेंद्र नाहटा ने संवाददाताओं से कहा, “यह जियो, आईडिया, वोडाफोन या एयरटेल के ग्राहकों की नहीं, भारतीय ग्राहकों के लिए न्याय की लड़ाई है।” उन्होंने यह भी कहा कि उन्होंने किसी को भी बैठक से बाहर जाने को नहीं कहा। “हम लोगों ने सिर्फ इतना कहा था कि इस बैठक में केवल उन्हीं लोगों को भाग लेना चाहिए, जिन्हें ट्राई ने आमंत्रित किया है।”
भारती एयरटेल, वोडाफोन और आईडिया एक तरफ हैं और रिलायंस जियो दूसरी तरफ और इंटरकनेक्शन मुद्दे पर लड़ रहे हैं। ये कंपनियां जोर दे रही हैं कि उनके नेटवर्क्स जियो कॉल के लिए पर्याप्त स्थान दे रहे हैं, लेकिन जियो इसमें बेईमानी की बात कह रही है। उसका कहना है कि ये स्थान अपर्याप्त हैं।