
वेबसाइट खोलते ही भारी भरकम फ्लैश विज्ञापन खुद से ही शुरू हो जाते हैं। आप कोशिश करते हैं उन्हें बंद करने की लेकिन संभव नहीं हो पाता। परंतु अब ऐसा नहीं है। अब जल्द ही आप उस फ्लैश प्लेयर को बंद करने में सक्षम होंगे।
इस साल के शुरुआत में ही गूगल ने क्रोेम ब्राउजर के साथ फ्लैश ब्लॉकिंग फीचर को पेश किया था। परंतु उस वक्त यह सिर्फ बीटा संस्करण में उपलब्ध था। अब कंपनी ने इसे व्यवसायीक तौर पर लॉन्च करने की घोषणा कर दी है। कई उपभोक्ताओं द्वारा इस बाबत गूगल को अनुरोध भेजा गया था और अंतत: कंपनी ने इसे 1 सितंबर से लॉन्च करने की घोषणा कर दी है। अब उपभोक्ता अपने क्रोम ब्राउजर में वेबसाइट पर दिखाए जा रहे फ्लैश विज्ञापनों को आॅटो ब्लॉक कर सकते हैं।
इसके माध्यम से क्रोम ब्राउजर में वेबसाइट पर उपलब्ध सभी तरह के फ्लैश कंटेंट खुद ही पाउज हो जाएंगे। इसमें फ्लैश विज्ञापनों के अलावा अन्य वीडियो कंटेंट भी शामिल हैं। इन्हें देखने के लिए आपको मैनुअली ओपेन करना होगा। हालांकि इसमें वेब सइट पर इंबेडेड किए गए यूट्यूब वीडियो, डेलीमोशन और वेमियो वीडियो पहले की तरह ही कार्य करेंगे।
जहां तक फ्लैश प्लेयर के ब्लॉक करने की बात है तो इसके पीछे कई कारण हैं। फ्लैश प्लेयर कंप्यूटर को काफी धीमा कर देते हैं। यह सीपीयू का उपयोग बहुत ज्यादा करता है। इसके साथ ही बैटरी की खपथ भी फ्लैश प्लेयर में ज्यादा होती है। इन कारणों के अलावा सुरक्षा भी एक बहुत बड़ा मुद्दा है। हैकर्स ज्यादातर अपने कार्यों को अंजाम देने के लिए फ्लैश प्लेयर का ही सहारा लेते हैं। फ्लैश प्लेयर में कोड इंबाडेड कर रिमोटली डाटा हैक करते हैं। इसे बंद करने से कंप्यूटर में वायरस के खतरे को कम किया जा सकता है।