
गार्टनर ने अनुमान लगाया है कि 2017 में आईटी सेवाओं में सबसे तेज 13.8 फीसदी की बढ़ोतरी होगी, क्योंकि बैंकिंग और प्रतिभूति से जुड़े उद्योग अपने बिजनेस प्रोसेस खासकर बिजनेस प्रोसेस आउटसोर्सिग पर निवेश बढ़ाएंगे।
देश में बैंकिंग और प्रतिभूति कंपनियों का आईटी पर खर्च 2017 में बढ़कर 8.9 अरब डॉलर तक हो जाएगा, जोकि 2016 की तुलना में 9.7 फीसदी अधिक है। मार्केट रिसर्च फर्म गार्टनर ने शुक्रवार को यह जानकारी दी है। गार्टनर ने अनुमान लगाया है कि 2017 में आईटी सेवाओं में सबसे तेज 13.8 फीसदी की बढ़ोतरी होगी, क्योंकि बैंकिंग और प्रतिभूति से जुड़े उद्योग अपने बिजनेस प्रोसेस खासकर बिजनेस प्रोसेस आउटसोर्सिग पर निवेश बढ़ाएंगे।
इसे भी देखें: ‘सैमसंग हैल्लो’ फीचर के साथ पेश हो सकता है सैमसंग गैलेक्सी एस8
भारत में बैंकिंग और प्रतिभूति उद्योग कम लागत में परिचालन क्षमता को प्राप्त करने के लिए आउटसोर्सिग पर जोर देंगे।
गार्टनर के मुख्य शोध विश्लेषक मौतूसी साउ ने कहा, “2016 में नोटबंदी के कारण भारत में बैंकिंग और प्रतिभूति उद्योग ने बड़ा बदलाव देखा। बैंक तेजी से अपने ग्राहक से संवाद बढ़ाने वाले प्लेटफार्म और भुगतान उपकरणों में निवेश बढ़ा रहे हैं।”
इसके अलावा आपको बता दें कि गार्टनर ने यह भी कहा है कि साल 2017 में करीब 30 लाख निजी और वाणिज्यिक ड्रोन्स की बिक्री होगी तथा इसका राजस्व 34 फीसदी की वृद्धि के सात 6 अरब डॉलर तक पहुंच जाएगा और साल 2020 तक ड्रोन का कारोबार बढ़कर 11.2 अरब डॉलर का हो जाएगा। मार्केट रिसर्च फर्म गार्टनर ने गुरुवार को यह जानकारी दी।
इसे भी देखें: सामने आई शाओमी मी नोट 3 की कॉन्सेप्ट इमेज
इसमें बताया गया कि लोग सेल्फी और अन्य तस्वीरें खींचने के लिए स्मार्टफोन के एक्सटेंसन के तौर पर ड्रोन की खरीदारी करेंगे और इसकी लोकप्रियता दिन-ब-दिन बढ़ती जाएगी।
ये ड्रोन छोटी दूरी तक और सीमित समय तक ही उड़ान भर सकते हैं जोकि सामान्यत: 5 किलोमीटर के दायरे में एक घंटे तक की होती है तथा इनकी ऊंचाई 500 मीटर से कम ही होती है।
गार्टनर के वरिष्ठ शोध विश्लेषक गेराल्ड वान होय ने बताया, “वाणिज्यिक और निजी ड्रोन का बाजार तेजी से एक-दूसरे में समा रहा है। क्योंकि कम कीमत वाली निजी ड्रोन का प्रयोग वाणिज्यिक उपक्रम कर रहे हैं।”
इसे भी देखें: स्ट्रेचेबल डिसप्ले पर काम कर रहा एप्पल