
गूगल इंडिया ने महाराष्ट्र की सामाज सुधारक और कवि सावित्रीबाई फुले के जन्मदिन पर डूडल बनाकर उन्हें श्रद्धांजलि दी है।
गूगल ने आज भारत की सामाज सुधारक और कवि सावित्रीबाई फुले के 186वीं जयंती पर उन्हें श्रद्धांजलि देते हुए डूडल बनाया है। 3 जनवरी 1831 को महाराष्ट्र में सावित्रीबाई फुले का जन्म हुआ था। गूगल की ओर से बनाए गए डूडल में सावित्रीबाई फूले को कई महिलाओं के साथ दिखाया गया है। सावित्रीबाई फुले और उनके पति ज्योतिराव फुले ने भारत में महिला शिक्षा की नींव रखी थी। दोनों ने मिलकर पहली बार 1848 में पुणे में देश का पहला आधुनिक महिला स्कूल खोला था।
दोनों ने ब्रिटिश इंडिया के समय में औरतों के सुधार और शिक्षा के बारे के लिए काम किया जो उस समय काफी अलग माना जाता था। शादी के बाद उन्होंने अपने पति के साथ मिलकर उस समय जातिवाद, छुआछूत और लैंगिक भेदभाव के खिलाफ भी लड़ाई लड़ी थी। उन्होंने यशवंतराव को गोद लिया था। सावित्रीबाई को पढ़ना उनके पति ज्योतिराव ने सिखाया था।
सावित्रीबाई फुले ने पति के साथ मिलकर पुणे में महिला स्कूल खोला और उसमें टीचर के रूप में काम करने लगीं। बाद में सावित्रीबाई ने अछूतों के लिए भी स्कूल खोला। आजादी के पहले पुणे बॉम्बे प्रेसिडेंसी में स्थित था। ब्रिटिश शासकों ने फुले दंपति की समाजसुधार के कार्यक्रम चलाने में मदद की। सावित्रीबाई फुले ने पति के साथ मिलकर पहली बार 1848 में पुणे में देश का पहला आधुनिक महिला स्कूल खोला था। इसके बाद उन्होंने अपने मेहनत और साहस के बल पर 18 महिला स्कूल खोले और अपना पूरा जीवन महिलाओं की स्थिति को बेहतर बनाने में लगाया।
इतना ही नहीं सावित्रीबाई प्लेग के मरीजों के इलाज के लिए अस्पातल भी खोला था। मरीजों की देखभाल करते हुए वो खुद भी इस बीमारी की शिकार हो गईं और 10 मार्च 1897 को उनका देहांत हो गया।