
कैब एग्रीगेटर ओला की मोबाइल वॉलेट 'ओला मनी' अब भारत पेट्रोलियम कॉर्पोरेशन लिमिटेड के देश भर के पेट्रोल पंपों और एलपीजी वितरक पर स्वीकार किए जाएंगे।
केंद्र सरकार द्वारा देश में कैशलेस सिस्टम को बढ़ावा देते हुए ओला की ओर से नया कदम उठाया गया है। जिसके तहत उपभोक्ता ओला मनी की मदद से अब डीजल, पेट्रोल और गैस सिलेंडर की कीमत चुका सकेंगे। भारत पेट्रोलियम कारपोरेशन लिमिटेड के पेट्रोल पंप और एलपीजी डिस्ट्रीब्यूटर से ओली मनी द्वारा भुगतान किया जा सकेगा। उपभोक्ता वन-स्टेप मोबाइल वेरिफिकेशन प्रक्रिया के माध्यम से इन कंपनियों के किसी भी पेट्रोल पंप पर भुगतान कर पाएंगे। यह भुगतान पीओएस डिवाइस के माध्यम से स्वीकार किए जाएंगे। बता दें कि ओला मनी को नेट बैंकिंग, डेबिट कार्ड या क्रेडिट कार्ड (मास्टर कार्ड, वीसा, अमेरिकन एक्सप्रेस और रूपे समेत) से रिचार्ज किया जा सकता है.
भारत पेट्रोलियम कारपोरेशन लिमिटेड के लगभग के 13,000 पेट्रोल पंप और 4,500 एलपीजी आउटलेट्स पर इस सेवा का लाभ उठाया जा सकता है। ओला मनी द्वारा उपभोक्ताओं के लिए पहली बार ऐसी सुविधा नहीं दी गई है बल्कि देश में नोटबंदी की घोषणा के बाद ओला मोबाइल एप की डिजिटल भुगतान सर्विस में रिचार्ज में 1500 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज की गई थी।
ओला मनी को फूड, एंटरटेनमेंट, टिकट एवं ट्रैवल, रिचार्ज एवं खरीददारी सहित 500 से अधिक ऑफलाईन एवं ऑनलाईन स्वीकार किया जाता है। हाल ही में ओला मनी ने प्रीपेड मेट्रो कार्डस के रिचार्ज के लिए मुम्बई मेट्रो के साथ तथा ऑनलाईन टिकटों की बुकिंग के लिए राजस्थान राज्य सड़क परिवहन निगम और आईआरसीटीसी के साथ भी साझेदारी की है।
देश में नोटबंदी की घोषणा के बाद केवल 12-15 घंटों में ही ओला मनी वॉलेट की तरफ लोगों का झुकाव तेजी से बढ़ता हुआ देखा गया। इस पर होने वाले रीचार्ज की मात्रा में 15 गुना बढ़ोतरी दर्ज की गई है। देश के कई छोटे शहरों और नगरों में जहां, नकद लेनदेन पर ही जोर रहता है वहां भी इसमें 30 गुना बढ़ोतरी दर्ज की गई है। इनमें नागपुर, चण्डीगढ़, भोपाल, लखनऊ, पटना, अहमदाबाद, कोयम्बटूर, जयुपर और इंदौर शामिल हैं।
गौरतलब है कि मोबाइल वॉलेट ‘ओला मनी’ से हिन्दुस्तान पेट्रोलियम कोर्पोरेशन और इंडियन ऑयल कोर्पोरेशन के देश भर के 20,000 से अधिक पेट्रोल पंपों पर स्वीकार किए जा रहे हैं। जिसे लेकर ओला मनी के वरिष्ठ उपाध्यक्ष और प्रमुख पल्लव सिंह ने एक बयान में कहा, “हमें खुशी है कि भारत की सबसे बड़ी सार्वजनिक उपक्रमों में से एचपीसीएल और आईओसीएल हमारे साथ मिलकर कैशलेस भारत के मिशन को आगे बढ़ाने पर काम कर रहे हैं।”