
रिलायंस जीयो ने उपभोक्ताओं के लिए बेहद ही किफादती दामों में जीयो टैरिफ प्लान पेश किए हैं और उनके साथ ही कई और अन्य महत्वपूर्ण घोषणाएं भी की हैं। ऐसे में विशेषज्ञों का मानना है कि जीयो आॅफर से गांवो के डिजिटलीकरण को बढ़ावा मिलेगा।
रिलायंस जीयो द्वारा की गई डेटा टैरिफ की घोषणा वर्तमान ऑपरेटरों के लिए विघटनकारी है, लेकिन ग्रामीण भारत के डिजिटलीकरण के लिए यह एक साहसिक कदम है। ऐसा कर जियो ने अपने प्रतिद्वंद्वियों के लिए काफी कठिन चुनौती पेश की है और डाटा ही कमाई का आधार है। विशेषज्ञों ने रिलायंस इंडस्ट्रीज के चेयरमैन मुकेश अंबानी द्वारा कंपनी के मुंबई में हुए 39में सालाना आम सभा में रिलायंस जीयो के टैरिफ प्लान की घोषणा की प्रतिक्रिया में यह बातें कही, जिसमें अंबानी ने कहा था कि अब डाटा से कमाई ही कंपनी का भविष्य है।
काउंटरप्वाइंट रिसर्च के वरिष्ठ विश्लेषक (मोबाइल डिवायस एंड इकोसिस्टम) तरुण पाठक ने कहा, “हमारे देश में डिजिटल क्रांति को सफल बनाने के लिए खासतौर से ग्रामीण भारत के लाखों लोगों के लिए डाटा माइनिंग ही भविष्य है। मुझे लगता है कि जीयो का लक्ष्य 45 करोड़ फीचर फोन इस्तेमाल करने वाले उपभोक्ता हैं, जो निकट भविष्य में स्मार्टफोन का इस्तेमाल करने वाले हैं।”
उन्होंने आगे कहा, “अपने विघटनकारी मूल्य निर्धारण और आकर्षक पेशकश के साथ जीयो अपने प्रतिद्वंद्वियों को पछाड़ कर ग्राहकों की पहली पसंद बनना चाहती है।” वैश्विक परामर्श कंपनी एनालिसिस मैसन का कहना है कि दरें घटाने से कंपनियों कोई घाटा नहीं होगा क्योंकि भारत में मोबाइल फोन की दरें अन्य विकासशील देशों के मुकाबले काफी महंगी है और इसमें 75 फीसदी कमी की गुंजाइश है, ताकि इसके इस्तेमाल को बढ़ावा मिले। रिलायंस जीयो 4जी एलटीई और टैरिफ प्लान से जुड़ी 10 खास बातें, जिन्हें जानना है जरूरी
परामर्श कंपनी ने कहा कि 57 रुपये प्रति जीबी की दर से औसतन 10.2 जीबी डाटा का इस्तेमाल होगा, जिसमें 10 फीसदी हिस्सा वॉयस कॉल का होगा। इस तरह के प्रत्येक उपभोक्ता से मासिक औसतन 645 रुपये का राजस्व वसूला जाएगा। लेकिन जीयो के मामले में वॉयस काल को मुफ्त रखा गया है इसलिए इसकी कमाई 10 फीसदी कम होगी।
हालांकि रिलायंस जीयो जो मुफ्त वॉयस कॉल दे रही है वह पारंपरिक 2जी या 3जी वॉयस कॉल नहीं है। बल्कि यह इंटरनेट से किए जाने वाले कॉल हैं। इसके साथ ही जीयो का जोर सामग्री और डिजिटल सेवाओं के मुहैया कराने पर है, जिसकी वर्तमान कीमत 15,000 रुपये सालाना है। इस बारे में अर्नेस्ट एंड यंग के ग्लोबल टेलीकम्यूनिकेशन लीडर प्रशांत सिंहल का कहना है, “दूरसंचार क्षेत्र में वित्तीय तनाव का दौर है। कर्ज अधिक है और राजस्व कम है। इससे आगे अगर दरों में कमी की गई तो मुनाफे का मुद्दा है।”
इसी प्रकार से इंडिया रेटिंग एंड रिसर्च के एसोसिएट डायरेक्टर तनु शर्मा का कहना है, “रिलायंस जीयो के आने से वर्तमान ऑपरेटरों की कमाई को झटका लगेगा। इससे बाजार हिस्सेदारी का एक बार फिर बंटवारा होगा जो वित्त वर्ष 2016-17 तक केवल तीन सेवाप्रदाताओं में बंटा था।” काउंटरप्वाइंट रिसर्च के वरिष्ठ विश्लेषक (मोबाइल डिवायस और इकोसिस्टम) तरुण पाठक का कहना है, “जियो स्टार्टअप मुनाफे के लिए न्यूनतम पांच सालों का लक्ष्य रखा है, ताकि ज्यादा से ज्यादा ग्राहकों को जोड़ा जा सके और कंपनी अपना इकोसिस्टम तैयार कर सके।”
रिलायंस जीयो ने जियो प्रीव्यू ऑफर के लिए कई सारे स्मार्टफोन ब्रांड के साथ हाथ मिलाया है जो कि 90 दिनों की अवधि के लिए मुफ्त उपलब्ध है। जीयो की 4जी एलटीई सेवा में असीमित एचजी वॉयस कॉल और वीडियो कॉल, असीमित एसएमएस, असीमित हाइस्पीड डाटा और जीयो के कई प्रीमियम एप्लिकेशन उपलब्ध हैं, जिनमें जीयो प्ले, जीयो ऑन डिमांड, जीयो बीट्स, जीयो मैग्स, जीयो एक्सप्रेस न्यूज, जीयो ड्राईव, जीयो सिक्योरिटी और जीयो मनी प्रमुख है।