
यात्रा के दौरान सिक्किम और दार्जिलिंग में भूस्खलन और निर्माण कार्य के चलते सड़क बाधित होने की समस्या के मद्देनजर राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी संस्थान, सिक्किम के विद्यार्थियों के एक दल ने सामुदायिक एप बनाया है। यह एप लोगों को अवरुद्ध सड़कों से बचने में मदद करेगा।
यात्रा के दौरान सिक्किम और दार्जिलिंग में भूस्खलन और निर्माण कार्य के चलते सड़क बाधित होने की समस्या के मद्देनजर राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी संस्थान, सिक्किम के विद्यार्थियों के एक दल ने सामुदायिक एप बनाया है। यह एप लोगों को अवरुद्ध सड़कों से बचने में मदद करेगा। राज्यपाल श्रीनिवास पाटील ने गत 14 अप्रैल को एप का लोकार्पण किया। इस एप का नाम ‘कंपेनियन’ है। यह भीड़ आधारित नेविगेशन सेवा है। फिलहाल यह सिक्किम और दार्जिलिंग के लिए कोलकाता में उपलब्ध है।
दल के एक सदस्य रजत भारद्वाज ने आईएएनएस से कहा, “पहाड़ी इलाकों में लोग लगातार तीन-चार घंटों तक अटक जाते हैं। यह एप भूस्खलन, निर्माण कार्य और दुर्घटना के चलते बाधित सड़कों से बचने में लोगों की मदद करता है। इस एप के जरिए आप यात्रा के दौरान सड़क किनारे रेस्तरां, होटलों, एटीएम और वाहन मरम्मत की दुकानें भी खोज सकते हैं।”
भारद्वाज और राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी संस्थाान(एनआईटी), सिक्किम के अन्य विद्यार्थियों -मोहम्मद असद, रोमिल तिवारी, आदित्य आर्य और विकास सिंह- ने मिलकर इस तरह के प्रयासों के लिए एक शुरुआती ‘वेडर्स’ समूह बनाया था।
एनआईटी के विद्यार्थियों ने सड़क यातायात और भूस्खलन की सूचना के लिए सक्किम में सीमा सड़क संगठन और राज्य के सड़क और पुल विभाग का भी सहयोग लिया।
भारद्वाज ने कहा कि उनका दल इस सेवा के जल्द विस्तार पर विचार कर रहा है। उन्होंने कहा, “चूंकि यह समुदाय आधारित एप है, इसलिए काफी लोग इसे डाउनलोड करते हैं। फिहाल यह एप गूगल प्ले पर एंड्रायड सिस्टम पर डाउनलोड करने के लिए उपलब्ध है।”