
कैब सेवा मुहैया कराने वाली कंपनी ओला ने शनिवार को कहा कि उसने अपने ग्राहकों की सुरक्षा के लिए एप पर एक नया फीचर ‘नम्बर मास्किंग’ लांच किया है, जिसके द्वारा उपभोक्ता का मोबाइल नम्बर ड्राइवर को पता नहीं चलेगा। इसके माध्यम से ड्राइवर-साझेदारों के द्वारा किए गए फोन-कॉल्स को किसी भी समय संग्रहित रिकॉर्डिग में से पता लगाया जा सकेगा। नम्बर मास्किंग फीचर ओला के संचालन के सभी शहरों में ड्राइवर-साझेदारों के लिए एक्टिव होगा।
सुरक्षा पहल के लिए कंपनी ने इस साल दो करोड़ डॉलर का निवेश किया है। ओला की इसी प्रतिबद्धता के मद्देनजर इस नए फीचर को पेश किया गया है। ओला प्लेटफॉर्म के सभी ड्राइवर साझेदारों को स्थानीय अधिकारियों के द्वारा सत्यापित किया जाता है और लाइसेंस दिए जाते हैं।
नम्बर मास्किंग फीचर एवं कॉल को ट्रेस करने की इस सुविधा को सक्षम बनाने के लिए ओला ने अपने एप में एक क्लाउड टेलीफोनी समाधान को समेकित किया है, इससे जब भी उपभोक्ता अपने लिए कैब की बुकिंग करता है तब ड्राइवर को एक एनक्रिप्टेड नम्बर भेजा जाता है।
इसके बाद ड्राइवर की ओर से सभी कम्युनिकेशन इसी नम्बर के माध्यम से होता है। ड्राइवर जब अपने ओला डिवाइस से उपभोक्ता को फोन करने की कोशिश करता है, उसे उपभोक्ता का मोबाइल नम्बर दिखाई नहीं देता है और यह कॉल स्वत: ही एक एनक्रिप्टेड नम्बर के माध्यम से उपभोक्ता को चली जाती है।
यह उद्योग जगत में अपने तरह की पहली और अनूठी पहल है जो उपभोक्ता के सम्पर्क विवरण की गोपनीयता को सुनिश्चित करेगी।
ओला के चीफ ऑपरेटिंग ऑफिसर प्रणय जिवराजका ने बताया, “नम्बर मास्किंग फीचर उपभोक्ता के सम्पर्क विवरण की गोपनीयता को सुनिश्चित करता है, जिससे उपभोक्ता के साथ किसी भी तरह की अनहोनी की सम्भावना कम हो जाती है। इससे जहां एक ओर ड्राइवर साझेदारों के लिए कॉल का खर्च कम होगा, वहीं दूसरी ओर हम ड्राइवर के व्यवहार और बातचीत पर भी पूरी निगरानी रख सकेंगे, इससे निश्चित रूप से उपभोक्ता को बेहतर सेवाओं का अनुभव प्राप्त होगा।”