
सामने आई रिपोर्ट के अनुसार भीम एप इस हफ्ते 7 रीजनल भाषाओं को सपोर्ट करेगा। इसके अलावा अगले कुछ महीनों में यह पंजाबी, मराठी और असमिया भाषाओं में उपलब्ध होगा।
भारत सरकार द्वारा नोटबंदी के बाद डिजिटल लेन-देन को सपोर्ट करने के लिए भीम एप को लॉन्च किया गया था जो कि केवल एंडरॉयड डिवाइस पर अंग्रेजी और हिंदी भाषा में उपलब्ध है। वहीं इस हफ्ते के अंत तक यह एप सात और रीजनल भाषाओं को सपोर्ट करेगा। जिसमें बंगाली, गुजराती, उड़िया, कन्नड़, मलयालम, तमिल और तेलुगु शामिल हैं।
सामने आई रिपोर्ट के अनुसार आने वाले कुछ दिनों में भीम एप में 7 नई रीजनल भाषाएं शामिल होंगी। उम्मीद है कि उनकी मदद से इस एप का उपयोग और भी बढ़ सकता है। हालांकि पिछले महीने भीम एप को लॉन्च करने के बाद इसमें रीजनल भाषा सपोर्ट फीचर को शामिल किया गया।
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रिवायर लैग्वेंज टेक्नोलॉजी के क्लाइंट इंग्गेजमेंट कंपनी जो कि भीम एप में रीजनल भाषा सपोर्ट के लिए कार्य कर रही है। इसके वाइस प्रेसिडेंट विजयानंद प्रभु का कहना है कि ‘उम्मीद है कि रीजनल भाषाएं जल्द ही उपलब्ध होंगी। वहीं आने वाले तीन या चार महीनों में भीम एप में पंजाबी, मराठी और असमिया भाषा भी शामिल होंगी।’
गौरतलब है कि 20 दिन पहले लॉन्च किया गया भीम एप 1.1 करोड़ डाउनलोड पर पहुंच गया है। भीम एप एक साधारण यूपीआई एप है जिसका उद्देश्य एक ही जगह से आपको डिजिटल ट्रांजेक्शन की सुविधा मुहैया कराना हैं यह एप उपयोग में बेहद ही आसान है। एंडरॉयड स्मार्टफोन उपभोक्ताओं के लिए गूगल प्ले स्टोर पर उपलब्ध इस एप का आकार केवल 2एमबी है जिसके लिए आपको स्मार्टफोन में अधिक स्टोरेज की आवश्यकता नहीं है।
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एप को उपयोग करने के लिए शुरूआत में उपभोक्ताओं को उनके रजिस्टर्ड नंबर पर एक एसएमएस भेजा जाएगा। रजिस्ट्रेशन के बाद आपको 4 अंको को पासकोड सेट करना है और फिर अपने बैंक का चयन करना होगा। इस प्रक्रिया के बाद उपभोक्ता आसानी से पैसे भेज और प्राप्त कर सकते हैं। इसके अलावा इसमें पेटीएम मोबाइल वॉलेट की तरह ही स्कैन और क्यूआर कोड के माध्यम से भुगतान करने की भी सुविधा उपलब्ध है।