
एप्पल भारतीय यूजर्स के लिए बेंगलुरु में आईफोन बनाने का काम शुरू करने की योजना बना रही है।
एप्पल लंबे समय से भारत में अपने उत्पादों के निर्माण बनाने की योजना बना रही है। इस बात को लेकर कई जानकारियां व खुलासे हो चुके हैं। वहीं, अब नई रिपोर्ट के अनुसार एप्पल प्रधानमंत्री नरेंद्र मोद के ‘मेक इन इंडिया’ अभियान से जुड़ते हुए भारत में ही आईफोन बनाने की तैयारी में है। कंपनी भारत के मार्केट के लिए बेंगलुरु में आईफोन बनाने का काम शुरू करने की योजना बना रही है। माना जा रहा है कि एप्पल 2017 अप्रेल तक भारत में अपने प्रोडेक्ट बनाने का काम शुरू कर देगी।
ताजा जानकारी के अनुसार ताइवान की कंपनी विस्ट्रॉन ने बेंगुलुरु के इंडस्ट्रियल हब कहे जाने वाले पीन्या में आईफोन की मैन्युफैक्चरिंग के लिए फैसिलिटी सेंटर का काम शुरू कर दिया है। टाइम्स ऑफ इंडिया की रिपोर्ट के अनुसार एप्पल साल 2017 के खत्म होने से पहले भारत में आईफोन की मैन्युफैक्चरिंग शुरू कर देना चाहती है। रिपोर्ट का कहना है एप्पल की सबसे बड़ी मैन्युफैक्चरिंग सहयोगी कंपनी फॉक्सकॉन ने महाराष्ट्र में प्लांट लगाने की बात कही थी। लेकिन अब ऐसी खबरें आ रही हैं कि फॉक्सकॉन ने शाओमी और वनप्लस के साथ समझौता कर लिया है। ऐसे में अब फॉक्सकॉन एप्पल के लिए काम नहीं करना चाहती है। एप्पल आईफोन में जल्द उपलब्ध होगा डुअल सिम वेरियंट
वहीं, अभी ऐप्पल को भारत में अपने प्रॉडक्ट्स बेचने के लिए 12.5 पर्सेंट की इंपोर्ट ड्यूटी चुकानी होती है। लोकल मैन्युफैक्चरिंग शुरू होने पर ऐपल को यह टैक्स नहीं देना होगा और वह अपेक्षाकृत कम कीमत पर भारत में स्मार्टफोन बेच सकेगा। अब एप्पल स्टोर पर नहीं बिकेंगे नोकिया विथिंग्स के उत्पाद: रिपोर्ट
जानकारी के अनुसार कंपनी भारत में असेम्बलिंग ऑपरेशन को जल्द से जल्द शुरू करने को लेकर काफी गंभीर है। इसके बाद वह अगले साल के अंतर तक पूरी तरह भारत में ही मैन्युफैक्चरिंग शुरू करना चाहती है। कंपनी बेंगुलुरु के बारे में गंभीरता से विचार कर रही है। कंपनी का मानना है कि स्थानीय स्तर पर मैन्युफैक्चरिंग से वह कीमतों के मुकाबले में प्रतिस्पर्धियों को वह कड़ी टक्कर दे सकेगी।
गैरतलब है कि फिनलैंड की स्मार्टफोन निर्माता नोकिया के साथ पेटेंट को लेकर चल रहे विवाद के बीच एप्पल ने कथित तौर पर अपने स्टोर से नोकिया के मालिकाना हक वाली कंपनी विथिंग्स के उत्पाद हटा लिए हैं। फ्रांस की इलेक्ट्रॉनिक एवं एसेसरीज उत्पादक कंपनी विथिंग्स का मालिकाना हक नोकिया के पास ही है।
एप्पल ने विथिंग्स के उत्पाद न तो ऑनलाइन और न ही अपने खुदरा विक्रय केंद्रों से बेचने का फैसला किया है। एप्पल से जुड़ी हर तरह की खबरें प्रसारित करने वाली वेबसाइट ‘एप्पलइनसाइडर’ की रिपोर्ट के मुताबिक, पिछले दो वर्षो से विथिंग्स की आईफोन को सपोर्ट करने वाली एसेसरीज एप्पल के स्टोर से बेचे जा रहे थे। इसी वर्ष अप्रैल में नोकिया ने 19 करोड़ डॉलर में विथिंग्स को खरीद लिया, हालांकि उसके बाद भी एप्पल स्टोर पर विथिंग्स के उत्पाद बेचे जाते रहे।