
उपभोक्ता मंत्रालय की ओर जारी हुई एक रिपोर्ट के अनुसार आज ई-कॉमर्स और मोबाइल तकनीक का स्वागत करने का है।
भारत सरकार के उपभोक्ता मामलों के मंत्रालय के सचिव हेम कुमार पांडेय ने गुरुवार को कहा कि आज का समय ई-कॉमर्स और मोबाइल तकनीक का स्वागत करने का है और चूंकी भारतीय बाजार काफी बड़ा और विविधता भरा है, दोनों क्षेत्रों में विकास की काफी सम्भावना है लेकिन यह विकास उपभोक्ताओं के हितों को नजरअंदाज करके नहीं किया जाना चाहिए। हेम पांडेय ने यह बात उपभोक्ताओं को जागरूक करने वाले वॉलेंटरी संगठन-कंज्यूमर वॉइस द्वारा आयोजित वर्कशाप ‘इवॉल्विंग बिहेवियर ऑफ इंडियन कंज्यूमर्स ऑन मोबाइल’ के दौरान कही। इस वर्कशॉप में ई-कामर्स और मोबाइल तकनीक के क्षेत्रों के कई दिग्गज शामिल हुए। इसके अलावा कई वॉलेंटरी संगठनों के शीर्ष अधिकारी और राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र के कुछ जागरूक उपभोक्ता भी शरीक हुए।
हेम पांडेय ने कहा कि भारत बहुत बड़ा देश है और यहां व्यवसाय करने की अपार सम्भावनाएं हैं लेकिन किसी भी कम्पनी को उपभोक्ताओं को ठगकर तरक्की के बारे में नहीं सोचना चाहिए। पांडेय के मुताबिक बहुत बडी़ संख्या में उपभोक्ता अज्ञानता और अनभिज्ञता का शिकार होता है लेकिन ई-कामर्स कम्पनियों या फिर किसी भी व्यवसायी इकाई को उसकी इस अज्ञानता का फायदा नहीं उठाना चाहिए।
इस वर्कशॉप के माध्यम से कंज्यूमर वॉइस ने भारत में मोबाइल और उपभोक्ताओं के व्यवहार पर इसके असर को लेकर श्वेत पत्र जारी किया। यह श्वेत पत्र देश भर में किए गए गहन शोध पर आधारित है। उपभोक्ताओं मामलों के सचिव ने इस वर्कशॉप में कहा कि सरकार उपभोक्ता संरक्षण संशोधन विधेयक पर गहनता से विचार कर रही है। सरकार को इसे आगे ले जाने की राह में कई अ़ड़चने आ रही हैं क्योंकि उपभोक्ता संरक्षण को लेकर कई तरह की नई चुनौतियां सामने आ रही हैं। इस पर माथापच्ची जारी है और उम्मीद है कि यह संसद के शीतकालीन सत्र में पास कर दिया जाएगा।
कंज्यू्मर वॉइस के मुख्य परिचालन अधिकारी (सीओओ) असीम सान्याल ने कहा कि जिस तरह मोबाइल इंटरनेट का प्रचलन तेजी से बढ़ रहा है, ऐसे में यह जानना जरूरी हो गया था कि इससे भारतीय उपभोक्ता और व्यवसाय पर क्या असर पड़ रहा है। सान्याल ने कंज्यूमर वॉइस की तरफ से किए गए शोध पर आधारित दो श्वेत पत्र जारी किए। पहले श्वेत पत्र का शीर्षक-स्टडी ऑफ मोबाइल इंटरनेट यूज इन इंडिया और दूसरे का-सर्च ऑप्शंस अवेलबल टू इंडियन यूजर्स है।
कंज्यूमर वॉइस के ही हेमंत उपाध्याय (सलाहकार वॉइस) ने श्वेत पत्र की मुख्य बिंदुओं पर चर्चा की। वर्कशॉप के दौरान टेलीकॉम सेक्टर के 50 से अधिक पेशेवर प्रतिनिधि शरीक हुए और अपनी-अपनी बात रखी। भारतीय दूरसंचार नियामक संस्था-ट्राई की ओर से अपनी बात रखते हुए सलाहकार अरविंद कुमार ने कहा कि दरअसल, ई-कामर्स और मोबाइल तकनीक एक दूसरे की पूरक के तौर पर उभरी हैं और समाज को इसका बहुत फायदा मिल रहा है लेकिन इन सबके बीच उपभोक्ता के हितों का पूरा ध्यान रखा जाना चाहिए।