
हम जितनी चिंता अपने स्मार्टफोन की करते हैं उतनी ही चिंता फोन के बैटरी की भी करनी चाहिए। क्योंकि जब तक बैटरी चल रही है तभी तक फोन सही है।
क्या आप जानते हैं कि जितनी चिंता हम अपने स्मार्टफोन की करते हैं उतनी ही चिंता हमें अपने फोन के बैटरी की भी करनी चाहिए। क्योंकि जब तक बैटरी चल रही है तभी तक फोन सही है। अन्यथा बैटरी की समस्या आपको काफी परेशान कर सकती है। वहीं आपको यह भी मालूम होनी चाहिए कि बैटरी को लेकर थोड़ी सी असावधानी आपके लिए बेहद खरतनाक भी हो सकती है। आगे हमने ऐेसे कुछ आसान उपाए सुझाए हैं जिनके माध्यम से आप अपने फोन की बैटरी को न सिर्फ लंबा चला सकते हैं बल्कि सुरक्षित रख सकते हैं।
1. फोन को बार-बार चार्ज में न लगाएं
हम फोन को बार-बार चार्जिंग पर लगाते हैं और निकाल देते हैं। इस तरह के चार्ज से आप अपने फोन की बैटरी को नुकसान ही पहुंचाते हैं। क्योंकि हर बैटरी का लाइफ सायकल होती है। जैसे किसी बैटरी की लाइफ सायकल 1,000 है या किसी कि लाइफ सायकल 700 है। यह साइकल चार्जिंग पर निर्भर करता है। अर्थात एक बार अपने चार्ज पर लगा दिया और फिर उसे निकासल लिया तो सायकल पूरा हो जाता है चाहे फोन पूरी तरह चार्ज हो या न हो। जितनी बार आप चार्ज पर लगाएंगे उतनी बार बैटरी की लाइफ कम होती जाती है। ऐसे में कोशिश यही करें कि फोन को जब आप चार्ज पर लगाएं तो पूरी तरह चार्ज होने पर ही निकालें। इससे अपके फोन की बैटरी न सिर्फ बेहतर परफाॅर्मेंस देगी बल्की ज्यादा दिनों तक चलेगी भी।
2. नए फोन को पूरी तरह करें चार्ज
नए फोन को पहली बार चार्ज में लगाने से पहले बैटरी 10 फीसदी से भी नीचे आनें दें। जब बैटरी बिल्कुल कम हो जाए उसे तब तक चार्ज करें जब तक कि बैटरी फुल न दिखाए। बीच में फोन को चार्जिंग से न हटाएं। इससे आपके फोन की बैटरी परफाॅर्मेंस बेहतर होगी।
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3. फोन चार्ज पर लगाकर बात न करें
अक्सर हम अपने फोन को चार्ज में लगाकर बातें करते रहते हैं लेकिन ध्यान रहे कि यह बेहद ही खतरनाक है। कई वारदात हो चुके हैं जिनमें फोन को चार्ज में लगाकर बात करने से बैटरी ब्लास्ट हो गई है।
4. बैटरी फूल गई है तो तुरंत निकालें
यदि आपको लग रहा है कि आपके फोन की बैटरी फूल गई है तो आप तुरंत इसे निकाल दें। क्योंकि फोन की बैटरी फूलना बेहद ही खतरनाक है और वह ब्लास्ट कर सकता है। दोबारा इसे उपयोग न करें।
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5. भीगे बैटरी को आग में न सुखाएं
किसी कारणवश यदि फोन की बैटरी भीग गई है तो उसे गैस या आग के उपर आंच में न सुखाएं। यह खतरनाक है। थोड़ी देर धूप दिखा सकते हैं लेकिन यदि फिर भी फायदा नहीं है तो तुरंत बैटरी बदल दें और भीगे बैटरी को फोन में बिल्कुल भी न लगाएं।
6. फोन बैटरी को न फेंके
यदि आपके फोन की बैटरी खराब है और आपने नई बैटरी लगा ली है तो पुरानी बैटरी को यूं हीं कहीं न फेंके और न हीं उसे घर में कहीं भी पड़े रहने दें। वह खतरनाक है। खास कर उन छोटे बच्चों के लिए जो अक्सर चीजों को मुंह में डाल लेते हैं। खराब बैटरी को कलेक्शन सेंटर पर जमा करा दें। कई मोबाइल कंपनियों ने ईवेस्ट के लिए अर्थात मोबाइल और इलेक्ट्राॅनिक सामान के कचरे को इकट्ठा करने के लिए कलेक्शन सेंटर बना रखा है।
7. मल्टीपल चार्जिंग का उपयोग न करें
बाजार में कुछ मल्टीपल चार्जर मिलते हैं। जहां एक ही पोर्ट में कई सारे चार्जर लगे होते हैं। कोशिश करें कि इस तरह के चार्जर का प्रयोग न करें। क्योंकि इसमें आपके फोन को कितना वोल्ट पर चार्ज किया जा रहा है कुछ पता नहीं चलता। इन चार्जर्स से फोन खराब होने की संभावना ज्यादा है।
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8. नकली चार्जर से बचें
हर समय चार्जर लेकर न चलने की आदत में अक्सर हम किसी भी चार्जर का उपयोग कर लेते हैं। वहीं चार्जर खराब होने पर सस्ते चार्जर को खरीद लेते हैं। ये चार्जर आपके फोन को काफी नुकसान पहुंचा सकते हैं। इनमें चार्जिंग के लिए वोल्टेज का कोई पैमाना नहीं होता और इससे फोन को नुकसान हो सकता है। कोशिश करें जिस ब्रांड का फोन है उसी की चार्जर लें अन्यथा किसी अच्छे ब्रांड के चार्जर का प्रयोग करें।
9. चार्जिग के दौरान पोर्ट का रखें ध्यान
फोन चार्ज करते समय हमेशा यह देख लें कि चार्जर सही तरीके से लगा हो और पूरी तरह पोर्ट में फिट हो। यदि पोर्ट में चार्जर सही नहीं बैठ रहा तो उसका प्रयोग न करें। एक तो इससे चार्जिंग में तकलीफ होगी दूसरा फोन का चार्जिंग स्लाट भी खराब कर सकता है।
10. बिल्कुल बैटरी खत्म न होने दें
मोबाइल फोन में लीथियम बैटरी का उपयोग होता है। बैटरी को पूरी तरह से खत्म होने से पहले ही चार्ज पर लगा दें। कोशिश करें कि बैटरी पावर 20 फीसदी से कम होने से पहले ही फोन को चार्ज पर लगा दें। लीथियम बैटरी पूरी तरह से डिस्चार्ज होने पर उसके सेहत पर पूरा असर पड़ता है और पावर बैकअप कम हो जाएगा।